हनुमान जन्मोत्सव एवं क्रीड़ा भारती स्थापना दिवस पर हुआ विविध कार्यक्रमों का आयोजन

 

 

  • कबड्डी, योग, सूर्य नमस्कार और सामूहिक सुंदरकांड पाठ से गूंजे विद्यालय और खेल मैदान
  • गुरु गोविंद सिंह अकादमी में हनुमान चालीसा पाठ और सूर्य नमस्कार
  • श्यामनगर की दीक्षा योग अकैडमी में हुआ सामूहिक योग अभ्यास
  • जय नारायण विद्या मंदिर में 1000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने किया सुंदरकांड पाठ

Kanpur 12 April: श्री हनुमान जन्मोत्सव सप्ताह एवं क्रीड़ा भारती के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 12 अप्रैल को क्रीड़ा भारती कानपुर महानगर के आह्वान पर शहर के विभिन्न स्थलों पर सांस्कृतिक, शारीरिक और आध्यात्मिक गतिविधियाँ आयोजित की गईं।

खेल और भक्ति का संगम:

गुरु गोविंद सिंह क्रिकेट अकादमी, काकादेव में बच्चों ने सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसके साथ ही सूर्य नमस्कार और कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में डॉक्टर अभिषेक बाजपेई, गोपाल सिंह, और प्रशांत अवस्थी की विशेष उपस्थिति रही।

योग और स्वदेशी खेलों पर ज़ोर:

दीक्षा योग अकैडमी, श्यामनगर में योग गुरु दीक्षा गुप्ता के निर्देशन में खिलाड़ियों ने सामूहिक योगाभ्यास किया। वहीं ऑक्सफोर्ड मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में प्रदीप यादव के मार्गदर्शन में कबड्डी प्रतियोगिता संपन्न हुई।

क्रीड़ा ज्ञान और स्वदेशी खेलों को मिला मंच:

अन्ना चौराहा स्थित एजु एज संस्थान में कृष्णा राय द्वारा क्रीड़ा ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की गई। दून इंटरनेशनल स्कूल में मुनेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में भी विविध खेल गतिविधियाँ संपन्न हुईं।

भक्ति में लीन जयनारायण विद्यालय:

जय नारायण विद्या मंदिर, विकास नगर में 1000 से अधिक छात्र-छात्राओं और शिक्षकों द्वारा सुंदरकांड पाठ किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य अनिल त्रिपाठी और उप प्राचार्या नमिता गुप्ता ने हनुमान जी के जीवन से प्रेरणादायक शिक्षाएँ कहानी के माध्यम से साझा कीं। श्री ओम तिवारी, विवेकानंद श्रीवास्तव, अजय प्रकाश सिंह, और भरत दीक्षित ने सुंदरकांड पाठ का संचालन किया।

क्रीड़ा भारती का संदेश:

क्रीड़ा भारती ने सप्ताह भर विभिन्न विद्यालयों एवं मैदानों में बिना संसाधन के मनोरंजक स्वदेशी खेलों को प्रोत्साहित किया। संगठन ने सभी से आग्रह किया कि खेल को प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं, जीवनशैली का अभिन्न अंग बनाएं, जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर हो।

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