- उच्च स्तरीय निर्णायकों की सूची में शामिल, स्लम बच्चों की भागीदारी पर दिया जोर
- नासिक में आयोजित हुई 18वीं राष्ट्रीय ग्रेपलिंग प्रतियोगिता
Kanpur 4 June
महाराष्ट्र के नासिक जिले स्थित मीनाताई ठाकरे स्टेडियम के इनडोर हॉल में 30 मई से 1 जून तक 18वीं राष्ट्रीय ग्रेपलिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में देशभर के महिला और पुरुष खिलाड़ियों ने भाग लिया। उत्तराखंड की टीम के विभिन्न भार वर्गों में खिलाड़ियों की भागीदारी रही।
सुनील चतुर्वेदी मुख्य निर्णायक के रूप में रहे नियुक्त
कानपुर शहर के वरिष्ठ निर्णायक सुनील चतुर्वेदी को प्रतियोगिता में मुख्य निर्णायक के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने अपने अनुभव और निष्पक्ष निर्णय क्षमता से प्रतियोगिता में उत्कृष्ट भूमिका निभाई। उनके इस सराहनीय योगदान के लिए ग्रेपलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष आईपीएस ओपी नरवाल ने उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया।
वार्षिक बैठक में उठाई स्लम एरिया के बच्चों की भागीदारी की बात
प्रतियोगिता के दौरान आयोजित वार्षिक बैठक में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए सुनील चतुर्वेदी ने खेलों के व्यापक विस्तार और खिलाड़ियों की उन्नति पर विचार रखे।
उन्होंने कहा कि खेल शिविरों का आयोजन देश के अलग-अलग राज्यों के स्कूलों में किया जाना चाहिए ताकि स्लम क्षेत्र के बच्चों को भी समान अवसर मिल सकें। सभी राज्यों के प्रतिनिधियों ने इस पर सहमति जताई।
उच्च स्तरीय निर्णायक परीक्षा में हुए सफल
सुनील चतुर्वेदी ने उच्च स्तरीय निर्णायक परीक्षा में भी भाग लिया और उसे सफलतापूर्वक उत्तीर्ण किया। इसके साथ ही अब वे उच्च श्रेणी के राष्ट्रीय निर्णायकों की सूची में शामिल हो गए हैं।
प्रदेशभर से मिली बधाई एवं शुभकामनाएं
सुनील की इस उपलब्धि पर ग्रेपलिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश के महासचिव रविकांत मिश्रा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सात्विक तिवारी, अध्यक्ष पवन सिंह चौहान, मुल्तान सिंह राणा, फाउंडर शिवकुमार पांचाल, ऑफिस सचिव सीमा राणा और डॉ. आलोक श्रीवास्तव (अध्यक्ष, ग्रेपलिंग एसोसिएशन ऑफ कानपुर) ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।