- 350 बालक-बालिकाएं मल्लखम्भ का बनाएंगे विश्व रिकार्ड
- लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान और एमेच्योर मल्लखम्भ एसोसिएशन करेगा आयोजन
- 18 जून को वीरांगना लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर होगा आयोजन
15 जून, झांसी। यूपी सरकार के संस्कृति विभाग का उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान एवं एमेच्योर मल्लखम्भ एसोसियेशन उत्तर प्रदेश द्वारा वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर द्वितीय शौर्य पर्व के रूप में मल्लखम्भ का विश्व रिकॉर्ड स्थापित कर झांसी और उत्तर प्रदेश को गौरवान्वित करने की तैयारी चल रही है।
प्रस्तावित कार्यक्रम के संयोजक संजय तिवारी राष्ट्रवादी ने जानकारी देते हुए कहा कि पूर्व में प्रथम शौर्य पर्व अयोध्या में आयोजित किया गया था, जिसे इण्डिया वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में विश्व कीर्तिमान स्थापित किया गया और द्वितीय शौर्य पर्व का आयोजन झांसी में किया जाना प्रस्तावित है।
उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान के निदेशक अतुल द्विवेदी ने बताया कि प्रदेश में विभिन्न कलाओं, संस्कृति और युद्ध कलाओं को संरक्षित एवं प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शौर्य पर्व का आयोजन किया जा रहा है। राजा गंगाधर राव मुक्ताकाशी मंच पर 10 पोल मल्लखम्भ और 10 रोप मल्लखम्भ पर 350 बालक-बालिकाएं विभिन्न व्यायाम का प्रदर्शन कर विश्व रिकॉर्ड स्थापित करेंगे।
एमेच्योर मल्लखम्भ एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव कुमार सरावगी ने बताया कि एसोसिएशन के सचिव एवं प्रशिक्षक रवि प्रकाश परिहार, कोषाध्यक्ष अनिल पटेल के मार्गदर्शन में झांसी एवं विभिन्न क्षेत्रों से आए मल्लखंभ के खिलाड़ी पूर्णतः प्रशिक्षित हैं और 16 एवं 17 जून को मुक्ताकाशी मंच पर सामूहिक अभ्यास करेंगे। मुख्य कार्यक्रम 18 जून को प्रातः 6:30 बजे आयोजित किया जाएगा।