- नृत्य-नाटिकाओं और भजनों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
कानपुर, 20 अगस्त 2025।
जय नारायण विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, विकास नगर में बुधवार को श्रीकृष्ण छठी महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास और भव्यता के साथ संपन्न हुआ। पूरा विद्यालय परिसर कृष्ण भक्ति में डूबा नज़र आया।
शुभारंभ और स्वागत
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन से हुआ।
मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. राखी बाजपेई (संगीत विभाग प्रमुख, विवेकानंद महाविद्यालय, झांसी), डॉ. आदर्श त्रिपाठी (पूर्व विभागाध्यक्ष, संगीत विभाग, गुरु नानक गर्ल्स डिग्री कॉलेज, कानपुर), प्रबंधक डॉ. सुनील जी मिश्र, प्रधानाचार्य अनिल जी त्रिपाठी एवं उप प्रधानाचार्या डॉ. नमिता गुप्ता उपस्थित रहे।
अतिथियों का परिचय एवं स्वागत संगीताचार्या व कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती प्रज्ञा शुक्ला ने कराया। सभी अतिथियों को उत्तरी और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण श्रीकृष्ण जीवन पर आधारित नृत्य-नाटिका रही।
कारागार जन्म, गोकुल लीला, यशोदा का वात्सल्य, माखन चोरी, पनघट लीला, कालियादमन और गोवर्धनधारण जैसे प्रसंगों ने सभी को भावविभोर कर दिया।
“मैया मोरी मैं नहि माखन खायो” और “मोहे पनघट पे नंदलाल” पर आधारित प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अंतिम चरण में गोपी रास और महारास ने कार्यक्रम को चरम पर पहुँचा दिया।
संगीतमय समापन
मौलिक पांडेय, यशी द्विवेदी, वैष्णवी पांडेय, शिवांशी द्विवेदी, आंचल राजभर और प्रगति पांडेय ने भक्ति भाव से ओतप्रोत भजनों की प्रस्तुति दी।
बच्चों की भागीदारी
नव्या द्विवेदी, अदिति, मानवी, आंचल, आद्विक, शांभवी द्विवेदी और वैष्णवी सहित अनेक छात्रों ने अपनी प्रस्तुतियों से महोत्सव को सफल बनाया।
अतिथियों के विचार
डॉ. राखी बाजपेई – “संगीत अनुशासन, समय-समायोजन और तालमेल का पाठ पढ़ाता है।”
डॉ. आदर्श त्रिपाठी – “संगीत ध्यान और साधना है, जो भारतीय संस्कृति को संरक्षित करता है।”
धन्यवाद ज्ञापन
प्रबंधक डॉ. सुनील जी मिश्र ने कहा – “कृष्ण अवतार पूर्ण अवतार है, जिनकी लीलाओं से हमें जीवनोपयोगी शिक्षाएं मिलती हैं।”
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रमा अग्निहोत्री, अंशिका द्विवेदी और रिमशा ने किया।