शीलिंग हाउस में ‘एक्ला–2025’ का भव्य समापन, प्रतिभा और संस्कारों का उत्सव

 

 

  • वार्षिकोत्सव के दूसरे दिन मेधावी विद्यार्थियों और शिक्षकों को किया गया सम्मानित
  • शिक्षा, खेल और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध

 

कानपुर, 14 दिसंबर।

शीलिंग हाउस स्कूल में आयोजित वार्षिक समारोह “एक्ला–2025 कल्चरल एक्सट्रावैगैंजा” का 14 दिसंबर 2025 को भव्य समापन हुआ। समारोह के दूसरे दिन शिक्षा, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।

शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता के लिए स्पर्श सक्सेना को “रश्मि गुरनानी पुरस्कार” प्रदान किया गया, जबकि खेल एवं नृत्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सौभाग्या और अपार्या शर्मा को “स्नेहा चौरसिया पुरस्कार” से सम्मानित किया गया।

दीप प्रज्वलन से हुआ समारोह का शुभारंभ

कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के चेयरमैन श्री परवेज एफ. रुस्तमजी, वाइस चेयरमैन श्री एस.के. धवन, सचिव एवं कोषाध्यक्ष श्री एम.एल. शुक्ला, प्रधानाचार्या श्रीमती वनिता मल्होत्रा एवं उप प्रधानाचार्या श्रीमती अलका माली द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर विद्यालय की 67 वर्षों की गरिमामयी यात्रा को दर्शाते हुए विद्यालय के प्रतीक चिन्ह का भव्य अनावरण भी किया गया।

राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करने वाले छात्र सम्मानित

शिक्षा के साथ–साथ खेल, कला, साहित्य, योग, कराटे, शूटिंग सहित विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्तर पर सफलता अर्जित करने वाले छात्र–छात्राओं को सम्मानित किया गया। इनमें राष्ट्रीय स्पेल-बी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली तनिष्का पसरीचा सहित ईशान्वी रस्तोगी, सात्त्विक भट्ट, अमीशी वर्मा, देवश्री त्रिपाठी, हर्षित भुरारिया, सौम्या राठी, ओपल राकेश और ओजस सिंह प्रमुख रहे।

शिक्षकों के योगदान को भी मिला सम्मान

विद्यालय की उन्नति में विशेष योगदान देने वाली वरिष्ठ शिक्षिकाओं श्रीमती विभा पांडे और श्रीमती मोहिनी चावला को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया, जिससे शिक्षकों के प्रति विद्यालय की प्रतिबद्धता और सम्मान भाव स्पष्ट रूप से झलका।

रंगारंग प्रस्तुतियों ने बांधा समां

कार्यक्रम के दूसरे दिन की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में ‘ट्राई एवरीथिंग’ गीत, ‘राम योग’, हिंदी नाटक ‘इतिहास के पन्नों से’, ‘वॉव इंडिया’ और ‘हैप्पी न्यू ईयर’ गीत एवं नृत्य विशेष आकर्षण रहे। नाटक ‘इतिहास के पन्नों से’ ने देश के लिए किए गए बलिदानों को स्मरण कराते हुए दर्शकों को भावुक कर दिया और बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया।

प्रधानाचार्या ने किया धन्यवाद ज्ञापन

कार्यक्रम के समापन पर प्रधानाचार्या श्रीमती वनिता मेहरोत्रा ने अतिथियों, अभिभावकों और शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों का उद्देश्य विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने छात्रों की प्रतिभा की सराहना करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

Leave a Comment