अविश्वसनीय! आखिरी ओवर में 5 छक्के जड़ रिंकू सिंह ने गुजरात के जबड़े से छीनी जीत

 

दिमाग की नसें जमा देने वाले रोमांचक मुकाबले में कोलकाता नाइटराइडर्स ने गुजरात टाइटंस को 3 विकेट से हराया 
राशिद खान की हैट्रिक के बावजूद 205 रनों के लक्ष्य को डिफेंड नहीं कर सका गुजरात टाइटंस
रिंकू सिंह ने महज 21 गेंदों पर 48 रन ठोंककर केकेआर को ऐतिहासिक जीत दिला दी
विनिंग मोमेंट।

 

कहते हैं क्रिकेट में कुछ भी नामुमकिन नहीं। हालांकि यह नामुमकिन पल कई वर्षों में एक बार ही आता है। शायद रविवार का दिन वही दिन था, जब पूरी दुनिया ने आईपीएल के मंच पर एक नामुमकिन लक्ष्य को मुमकिन होते देखा और इस अविश्वसनीय दृश्य के किरदार बने अलीगढ़ के रिंकू सिंह। रिंकू ने अंतिम पांच गेंदों पर पांच छक्के लगाकर एक अंसभव दिख रहे लक्ष्य को प्राप्त कर लिया और गुजरात टाइटंस के जबड़े से जीत छीनकर कोलकाता नाइटराइडर्स की झोली में डाल दी। राशिद ख़ान की हैट्रिक की बदौलत कोलकाता को आख़िरी ओवर में 28 रन यानी कम से कम चार छक्कों और एक चौके की दरक़ार थी लेकिन रिंकू ने यश दयाल की अंतिम पांच गेंदों पर पांच छक्के जड़ दिए। इसी के साथ कोलकाता की टीम ने गुजरात को तीन विकेट से हरा दिया।
आख़िरी ओवर का रोमांच
20वें ओवर की पहली गेंद पर उमेश ने एक रन लिया। 
दूसरी गेंदः  ऑफ स्टंप के बाहर की लो फुलटॉस गेंद को रिंकू सिंह ने एक्सट्रा कवर के ऊपर से सीमा रेखा के पार कर दिया।
तीसरी गेंदः एक और लो फुलटॉस को रिंकू ने फ्लिक करके स्क्वेयर लेग की दिशा में छक्का लगा दिया।
चौथी गेंदः ऑफ स्टंप के बाहर की लो फुलटॉस गेंद को रिंकू ने एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से सीमा रेखा के बाहर कर दिया। यानी छक्का नंबर तीन लग गया।
पांचवीं गेंदः शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंद को लांग ऑन के ऊपर से रिंकू ने उड़ा दिया। चौथा छक्का। अब जीत के लिए 3 रन चाहिए थे, एक गेंद बाकी।
आखिरी गेंदः इतिहास बना दिया रिंकू ने। ऑफ स्टंप के बाहर की शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंद को बॉलर के सिर के ऊपर से उड़ा दिया। पांचवां छक्का। ऐतिहासिक लम्हा। देखने वालों के भी रोंगटे खड़े हो गए।
कप्तान के कंधों पर रिंकू।
विश्वास था कर लूंगाः रिंकू
प्लेयर ऑफ द मैच बने रिंकू सिंह ने कहा कि मुझे विश्वास था कि मैं यह कर सकता हूं। नितीश भाई ने कहा कि विश्वास रखो और अंत तक बल्लेबाज़ी करो, फिर देखते हैं क्या होता है। मैं सिर्फ़ छक्के मारने की कोशिश कर रहा था। उमेश भैया मुझसे कह रहे थे कि अधिक मत सोचो और सिर्फ गेंद खेलो। मैं अधिक नहीं सोच रहा था। मुझे पूरा विश्वास था और अंत में सफलता मिली।
रिंकू के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैंः नितीश
कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान नितीश राणा ने कहा कि हमें विश्वास था क्योंकि रिंकू ने पिछले साल कुछ ऐसा ही किया था। हालांकि हम जीत नहीं पाए। दूसरे छक्के के बाद हम ज़्यादा विश्वास करने लगे थे क्योंकि यश दयाल भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे थे। आप इस तरह सौ में से एक मैच जीत जाते हैं। हम 18 ओवर तक अच्छी गेंदबाज़ी कर रहे थे लेकिन अंत तक अच्छी गेंदबाज़ी नहीं कर पाए। बल्लेबाज़ी विभाग में भी वहीं हमने राशिद और जीटी को खेल में वापस आने दिया। यह परिणाम केवल रिंकू और उसकी प्रतिभा के कारण है। रिंकू की पारी का वर्णन करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।
हैट्रिक लेकर भी जीत नहीं सके राशिद।

 

सारा श्रेय रिंकू कोः राशिद खान
इसी मैच में हैट्रिक लेने वाले गुजरात टाइटंस के कप्तान राशिद खान ने कहा कि हमारे लिए एक कठिन खेल था। ख़ासकर एक कप्तान के रूप में यह और भी ज़्याद टफ़ हो जाता है। हालांकि टी20 प्रारूप ऐसा ही होता है। पिछले साल हमारे साथ भी ऐसा ही हुआ था। उम्मीद है कि प्रशंसकों को यह मैच पसंद आया होगा। अंतिम ओवर में गेंदबाज़ को क्या कहा गया था के सवाल पर उन्होंने कहा कि उस समय बस पूरी सहजता के साथ गेंद को फेंकने के बारे में बात की जा रही थी।। रिंकू ने कुछ अविश्वसनीय शॉट खेले। सारा श्रेय बल्लेबाज़ को जाता है। जिस तरह से उन्होंने इस मैच समाप्त किया, वह शानादार था। हैट्रिक पर उन्होंने कहा कि मैं चीज़ों को सरल रखने का प्रयास कर रहा था। सही क्षेत्र में गेंदबाज़ी करना चाह रहा था। हमारे पास डिफेंड करने के लिए काफ़ी रन थे लेकिन टी20 में कभी-कभी 250 डिफेंड करने के लिए काफ़ी नहीं होते। हमारे पास इस मैच से सीखने के लिए बहुत कुछ है और हमें इस खेल से सकारात्मक चीजे़ं निकालनी हैं और मजबूत वापसी करनी है।

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