यूपीटी-20 में जगह न मिलने से नाराज अंपायर्स, स्कोरर्स और टेक्निकल ऑफिशियल, घरेलू मैचों का कर सकते हैं बायकाट

 

 

  • यूपीसीए के लिए प्रदेश स्तरीय मैच कर चुके अम्पायर, स्कोरर्स व टेक्निकल आफिशियल्स अनदेखी करने से बेहद रुष्ट

कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ की ओर से आयोजित किए जाने वाले घरेलू मैचों में अम्पायर, स्कोरर्स व टेक्निकल आफिशियल्स की अनदेखी अब संघ पर भारी पड़ सकती है। उत्तर प्रदेश के घरेलू मैचों के अपनी सेवाएं दे रहे अम्पायर, स्कोेरर्स व टेक्निकल आफिशियल्स ग्रीनपार्क में चल रही प्रदेश प्रीमियर टी-टवेन्टीे क्रिकेट लीग में मौका न दिए जाने से इतने खफा हैं कि सोशल मीडिया पर रोजाना अब अपनी बातें ग्रुप के लोेगों तक पहुंचाने का काम कर रहें हैं। यूपीसीए के कुछ अधिकारी भी इन आक्रोशित अम्पायर, स्कोरर्स व टेक्निकल आफिशियल्स के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर उनका साथ दे रहे हैं। यही नही इन अम्पायर, स्कोरर्स व टेक्निकल आफिशियल्स के साथ संघ की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध अब कुछ और कर्मचारी विरोध करने की मुहिम में शामिल होने की बात कह रहे हैं। यूपीसीए के सूत्रों के मुताबिक संघ की इस कार्यप्रणाली से नाराज अम्पायर, स्को‍रर्स व टेक्निकल आफिशियल्स की टीमें आगामी सत्र में घरेलू मैचों का बायकाट तक कर सकती हैं। गौरतलब है कि इस राज्य स्तरीय यूपीसीपीएल टी-टवेन्टी प्रतियोगिता के लिए नगर के अम्पायर, स्कोरर्स व टेक्निकल आफिशियल्स टीम के सदस्यों को चुना ही नही गया, जिससे उनके समूह में संघ के व्याप्‍त ठेकेदारों के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की थी।

यूपीटी-20 लीग के लिए कुल 33 मैच खेले जाने है जिसमें अम्पायरों के साथ ही स्कोरर्स व टेक्निकल आफिशियल्स का विशेष योगदान होगा। इन मैचों में पोस्टिंग न मिलने से नाराज अम्पायरों ने अम्पायर व स्कोरिंग कमेटी के चेयरमैन बीडी शुक्ला से अपनी शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन किसी प्रकार की सफलता नही मिल सकी। नाराज अम्पा्यरों, स्कोरर्स व टेक्निकल आफिशियल्स के समूह के सदस्यों में से एक ने यूपीसीए के अधिकारियों को चिटठी भेजकर जानकारी मांगी है कि यूपीसीपीएल में ऑल इंडिया लेबल के मैच के लिए अंपायर के साथ ही स्कोरर्स व टेक्निकल आफिशियल्स की पोस्टिंग की गयी है। उन्होंने संघ पर आरोप लगाया कि यूपीसीए कितने ऑल इंडिया टूर्नामेंट कराती है या करा चुकी है और ऑल इंडिया लेबल के कितने टूर्नामेंट में यूपीसीए अपने अंपायर की पोस्टिंग करती है। अगर ऐसा नही है तो ये बेस बनाना गलत है। अंपायरिंग कमेटी के अध्यक्ष से अनुरोध किया गया है कि इस पर विचार करें, ताकि उनका भविष्य अन्धकार में डूबे। सूत्र बताते हैं कि ग्रीनपार्क्र में आयोजित किए जाने वाले इस टी-टवेन्टी लीग मैचों के लिए लखनऊ और कानपुर के ठेकेदारों ने अपने निकटतम लोगों को पोस्टिंग या फिर नियुक्ति करवायी है जिससे उनका वर्चस्व कायम रह सके। कुछ लोगों का यह भी आरोप है कि इन ठेकेदारों ने कमीशनखोरी के चलते प्रदेश के कई अम्पायरों के साथ ही स्कोरर्स व टेक्निकल आफिशियल्स के भविष्य को चौपट करने का प्रयास किया है जिसे सफल नही होने दिया जाएगा।

नाम न छापने की शर्त पर यूपीसीए के अम्पायर्स, स्कोरर्स व टेक्निकल आफिशियल्स के सदस्य ने बताया कि आने वाले समय में इस टीम के सदस्य घरेलू मैचों का बायकाट तक कर सकते हैं जिससे संघ को परेशानियों का सामना भी करना पड सकता है। वहीं इस मामले में संघ का कोई भी पदाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार ही नही है।

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