एपेक्स कमेटी की महिला सदस्य ने चरित्र उत्पीडन पर उठाया सवाल तो पुरुषों का दल हो गया हावी 

      भूपेंद्र सिंह, कानपुर। जबां दराजों को मशविरा है कोई न बोले, अजीब लुकनत पसन्द है हाकिम, जो चाहता है, जो सोचता है कोई न बोले! देश के प्रसिद्ध शायर इमरान प्रतापगढी की ये पंक्तियां उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के दो पूर्व सचिवों पर बिल्कुल ही मुफीद बैठती है। समूचे क्रिकेट संघ के … Read more