पहली चेस इन स्कूल प्रतियोगिता विरेंद्र स्वरूप एच2 ब्लॉक में प्रारंभ
कक्षा 4 से कक्षा 12 तक के बालक-बालिकाएं ले रहे प्रतियोगिता में हिस्सा
कानपुर। कानपुर शहर में पहली बार चेस इन स्कूल प्रतियोगिता का प्रारंभ हुआ। कानपुर चेस एसोसिएशन के तत्वाधान में पहली चेस इन स्कूल प्रतियोगिता स्थानीय डॉक्टर विरेंद्र स्वरूप स्कूल एजुकेशन सेंटर एच2 ब्लॉक किदवई नगर में प्रारंभ हुई।जिसमें कुल 192 बच्चों ने भाग लिया। कक्षा 4 से कक्षा 12 तक जिसमें 143 बालक व 49 बालिकाओं ने हिस्सा लिया। 5 राउंड तक होने वाली इस प्रतियोगिता में गुरुवार को प्रथम तीन राउंड के मुकाबले खेले गए, जबकि फाइनल दो राउंड के मुकाबले शुक्रवार यानी 21 अप्रैल को खेले जाएंगे। इस प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर स्कूल की प्रधानाचार्य शर्मिला नंदी ने दीप प्रज्वलित कर बच्चों का उत्साहवर्धन किया। इसी कड़ी में कानपुर चेस एसोसिएशन के सचिव दिलीप श्रीवास्तव ने प्रधानाचार्य को इस पहल के लिए धन्यवाद दिया। इस प्रतियोगिता की चीफ आर्बिटर श्रीमती कुसुम शर्मा हैं, जबकि सहायक की भूमिका कमल खेमानी, विकास निषाद व बाल गोविंद अवस्थी निभा रहे हैं। क्रीड़ा अध्यापक आलोक गुप्ता, प्रेमा शर्मा, शेफाली जायसवाल व आर के पांडे मौजूद थे।
एआईसीएफ प्रेसीडेंट का आइडिया है स्कूल इन चेस
आल इंडिया चेस फेडरेशन (एआइसीएफ) पूरे देश में चेस इन स्कूल प्रोग्राम के माध्यम से स्कूलों में चेस को प्रमोट करना चाहता है। एआईसीएफ अध्यक्ष डॉक्टर संजय कपूर ने अपने इस विचार को हर मंच पर उठाया है और हर संबंधित व्यक्ति को अपने इस विचार से रूबरू कराया है। इस पहल के माध्यम से उनका उद्देश्य गांव-गांव व शहर- शहर में बच्चों को शतरंज के प्रति जागरूक करना है। डॉ. संजय कपूर का यह कहना है कि इससे खिलाड़ियों की बौद्धिक क्षमता, मानसिक क्षमता का विकास होता है।