पंजाब की प्रीति अरोड़ा ने लगाई स्वर्णिम हैट्रिक 

 

 

  • एक के बाद एक लगातार तीन गोल्ड मेडल बॉडी बिल्डिंग और फिटनेस मॉडलिंग चैंपियनशिप में जीते 
  • प्रीति अरोड़ा ने अपनी जीत और सभी उपलब्धियों का श्रेय मां बलजिंदर कौर को दिया 
  • पिता का साया सिर पर नहीं था फिर भी लोगों के तानों को अपनी काबिलियत से तालियों में तब्दील कर दिया 

Kanpur 11 December: पंजाब की 23 वर्षीय प्रीति अरोड़ा ने बॉडी बिल्डिंग और फिटनेस मॉडलिंग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्णिम हैट्रिक लगाई। बॉडी बिल्डिंग एंड पावरलिफ्टिंग एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में उन्होंने लगातार तीन गोल्ड मेडल जीतकर देश और अपने राज्य का नाम रोशन किया।

मां के संघर्ष को दी सफलता का श्रेय

प्रीति ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां बलजिंदर कौर को दिया। उन्होंने कहा, “मेरा जीवन बनाने में मेरी मां ने बहुत संघर्ष किया। उन्होंने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया और मुझे कभी हार नहीं मानने दी। उनके अनमोल सुझाव और आशीर्वाद से ही मैं अपनी मंजिल तक पहुंच पाई हूं।”

पिता का साया नहीं, मां बनीं सबसे बड़ी प्रेरणा

प्रीति के पिता का निधन तब हुआ जब वह बहुत छोटी थीं। पिता के बिना उनका जीवन बेहद कठिन रहा। मां की तबीयत भी अक्सर खराब रहती थी, लेकिन उन्होंने हर चुनौती को पार करते हुए अपने सपनों को सच किया। प्रीति ने कहा, “जब पिता का साया सिर पर न हो तो जीवन बहुत मुश्किल हो जाता है। लोग ताने देते थे, लेकिन मैंने अपनी मेहनत और काबिलियत से उन तानों को तालियों में बदल दिया,” 

लगातार मेहनत और जुझारूपन का दमदार उदाहरण

मिस इंडिया का खिताब जीत चुकीं प्रीति अरोड़ा ने अपनी उपलब्धियों के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत की। वह कहती हैं, “जब समय खराब होता है, तो हर कोई सिर्फ ज्ञान देता है। कोई मदद नहीं करता। लेकिन मैंने हर मुश्किल का डटकर सामना किया और अपने लक्ष्य को पाने के लिए पूरी मेहनत की।”

बॉडी बिल्डिंग में मील का पत्थर साबित हुईं प्रीति

प्रीति अरोड़ा ने अपनी मेहनत और जुझारूपन से न केवल बॉडी बिल्डिंग में नई ऊंचाईयां छुईं बल्कि उन तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा बन गईं जो जीवन में कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं। उनकी यह स्वर्णिम हैट्रिक न केवल उनके जुनून और कड़ी मेहनत का परिणाम है, बल्कि उनकी मां के बलिदान और प्रेरणा का भी सम्मान है।

 

Leave a Comment