2019 में पास की थी राष्ट्रीय आर्बिटर की परीक्षा, दिसंबर 2022 में फिडे ने दी मान्यता, 2023 में मिला फिडे काउंसिलिंग में सम्मिलित होने का मौका
कानपुर। कानपुर के सत्येंद्र सिंह उत्तर प्रदेश के पहले सबसे कम उम्र के “फिडे “आर्बिटर बन गए हैं। उनकी इस उपलब्धि पर कानपुर चेस एसोसिएशन के सदस्यों ने बधाई दी। सचिव दिलीप श्रीवास्तव ने बताया कि सत्येंद्र सिंह ने इसके पूर्व सितंबर 2019 में राष्ट्रीय आर्बिटर की परीक्षा पास की थी। उसके बाद उनको 4 मानकों को पूरा करना था जो कि उन्होंने ‘इंदौर और भुवनेश्वर’ में पूरा किया। फिर दिसंबर 2022 में उनको फिडे ने मान्यता दे दी। इस प्रकार 2023 में ‘फिडे’ काउंसलिंग में सम्मिलित होने का अवसर मिला। अब वह राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में मुख्य अथवा सहायक निर्णायक या आर्बिटर की भूमिका कर सकते हैं। सचिव दिलीप श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि कानपुर में शतरंज की प्रगति के साथ साथ आर्बिटर की संख्या भी बढ़ गई है। वर्तमान में 6 जिसमें 2 पिंडे व 4 राष्ट्रीय स्तर के आर्बिटर है।