अब स्कूलों से निकलेंगे अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी

“स्पोर्ट्स फॉर स्कूल” योजना के क्रियान्वयन के लिए कानपुर के मंडलायुक्त डॉ राजशेखर ने की बैठक

कानपुर। कानपुर को खेल के क्षेत्र में नये आयाम दिलाने और स्कूली बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास हेतु खेल के महत्व को ध्यान में रखते हुए मण्डलायुक्त, कानपुर डा0 राज शेखर की अध्यक्षता में “स्पोर्ट्स फॉर स्कूल” योजना के तहत माध्यमिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा के अन्तर्गत कानपुर के समस्त सरकारी, परिषदीय, सीबीएससी, आईसीएसई, आईएससी एवं नगर निगम के विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के साथ बैठक की गयी। बैठक में सुशील टकक (लार्ड शिवा इण्टरनेशनल), धवल गर्ग (निर्यातक इकाई), मनीष सेठ (सेगामैकेलिक), अजय गुप्ता (आरसी स्टील्स), संदीप पाटिल (ई स्पिन नैनो मैनूफैक्चरिंग) एवं वीके गुप्ता (वीके पैकवेल) उद्यमीगण उपस्थित रहे। बैठक में मण्डलायुक्त द्वारा समस्त प्रधानाचार्यों को सम्बोधित करते हुए उन्हें स्पोर्ट्स फार स्कूल योजना में अपना सक्रिय योगदान प्रदान करने को कहा, जिसके मुख्य बिन्दु इस प्रकार हैः-

1. अपने विद्यालय के बच्चों में खेल की भावना को बढ़ाना।
2. इस हेतु सप्ताह में 1-2 बार बच्चों को खेल के लिए प्रोत्साहित करने हेतु कार्यशाला आयोजित करना।
3. विद्यालय में खेल के मैदान को खेल हेतु अनुकूल और बेहतर बनाना।
4. विद्यालय में बने अतिरिक्त खेल के मैदान को अपने आस-पास के बच्चों के लिए एक विशेष समय के लिए खोलना और उन्हें खेलने के लिए आकर्षित करना।
5. गरीब बच्चों को उनकी रूचि के खेल में प्रतिभाग करने और प्रतियोगिता हेतु उन्हें स्थानीय प्रशासन से समन्वय स्थापित कर उस खेल की किट उपलब्ध कराना।
6. अपने विद्यालय हेतु वार्षिक रूप से खेल गतिविधि कैलेण्डर (S4S)

मंडलायुक्त ने योजना का किया प्रचार।

 

वार्षिक स्पोर्ट्स प्लान बनाने के निर्देश
आयुक्त ने आगामी 15 दिनों में सभी विद्यालयों को प्रथम चरण में चिन्हित 11 खेलों के लिए अपनी कार्य योजना (वार्षिक स्पोर्ट्स प्लान) बनाने को कहा। आयुक्त ने अतिरिक्त प्रयास के रूप में बच्चों में खेल की भावना को बढ़ाने के लिए बैठक में उपस्थित सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को अपने विद्यालय के 50 बच्चों की टीम बनाकर उन्हें ग्रीन पार्क स्टेडियम स्थित विजिटर गैलरी, नव निर्मित बैड मिंटन कोर्ट, टेबिल टेनिस कोर्ट और वाटर स्पोर्ट्स हेतु बोट क्लब दिखाने को कहा और इस हेतु वे खेल विभाग को दिनांक व समय बतायेंगे ताकि आवश्यकतानुसार बच्चों व शिक्षकों कोे आने जाने की सुविधा और निशुल्क खान-पान उपलब्ध कराया जा सके।

शिक्षिकाएं एवं उद्यमियों ने लिया बैठक में हिस्सा।

 

भ्रमण के लिए आरटीओ करेंगे प्रबंध 
इसके अतिरिक्त जिन सरकारी और मान्यता प्राप्त विद्यालयों के पास इस भ्रमण हेतुु बच्चों के आवागमन के लिए बसों की कमी होगी तो उनके लिए आरटीओ के माध्यम से बस संचालकों के सहयोग से इन विद्यालयों को बसें भी उपलब्ध करायी जायेगी, ताकि वे बिना किसी असुविधा के आसानी से इसका भ्रमण कर बच्चों को खेल के लिए प्रोत्साहित कर सके। बैठक में उपस्थित उद्यमीगण द्वारा इस दिशा में सीएसआर फण्ड के माध्यम से विद्यालयों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराये जाने पर सहमति प्रदान की गयी।

योजना के बारे में जानकारी पाकर बनाई गई कार्ययोजना।

 

प्रथम पुरस्कार स्वरूप मिलेंगे एक लाख रुपए
इस योजना के तहत पहले चरण वर्ष 2023-24 में 11 खेलों, द्वितीय चरण वर्ष 2024-25 में 20 खेलों तथा तृतीय चरण वर्ष 2025-26 में 26 खेलों के लिए मंडल स्तर पर प्रत्येक वर्ष मंडलीय खेल प्रोत्साहन समिति द्वारा “स्पोर्ट्स फॉर स्कूल” योजना के तहत वार्षिक खेलों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रथम पुरस्कार ₹ 1 लाख , द्वितीय पुरस्कार ₹ 50 हज़ार और तृतीय पुरस्कार ₹ 25 हज़ार रखा जायेगा।

गरीब बच्चों को मिलेगी सरकारी मदद
आयुक्त द्वारा सीबीएससी, आईएससी बोर्ड के विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को बच्चों को खेल सुविधाओं प्रदान करने के लिए उनके अभिभावकों से समन्वय स्थापित करने को कहा तथा इसी दिशा में सरकारी, परिषदीय एवं नगर निगम के विद्यालयों के ऐसे बच्चें जिनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं हैं, उन्हें सीएसआर के माध्यम से उनकी रूचि के खेल के लिए किट उपलब्ध कराने हेतु सूचीबद्ध कर प्रशासन को सूचित करने को कहा।

सीधे वाट्सएप पर बता सकेंगे समस्या
आयुक्त ने प्राधानाचार्यों को उपरोक्त की पूर्ति के लिए समस्या के समाधान हेतु एक वाट्सअप ग्रुप भी बनाया है, जिसपर विद्यालयों के प्रधानाचार्य सीधे आयुक्त को अपनी समस्या से अवगत करा सकते है, इस पर टीम द्वारा त्वरित संज्ञान लेते हुए अग्रिम कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।

क्या है स्पोर्ट्स फॉर स्कूल 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2017 में देश के सभी वर्गों के खेल प्रेमियों को उनके विशेष खेल क्षेत्र में आगे बढ़ने, उनकी प्रतिभा को बेहतर आयाम देने तथा राज्य स्तर, राष्ट्रीय स्तर एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाने हेतु प्रदेश एवं राष्ट्र स्तर पर पर्याप्त सुविधाएं, प्रोत्साहन और उचित दिशा प्रदान करने के उद्देश्य से “खेलो इण्डिया” योजना की शुरूआत की थी। प्रधानमंत्री की इसी सोच को साकार करने और इसके उद्देश्य की पूर्ति हेतु उत्तर प्रदेश सरकार ने स्कूली खिलाड़ियों और खेल को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स फॉर स्कूल (S4S) योजना तैयार की है, जिसके तहत प्रदेश स्तर पर खेल विभाग के सहयोग से स्कूली खिलाड़ियों और खेलों को वर्ष 2030 तक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के सभी विद्यार्थियों में जीवन पर्यन्त स्वस्थ्य एवं सक्रिय जीवन शैली की आदत विकसित करने के लिए विद्यालयों में खेलकूद में प्रतिभाग एवं प्रर्दशन के प्रचुर अवसर उपलब्ध कराना है।

इस योजना की मुख्य विशेषताएं और रणनीति इस प्रकार है

1. इस योजना के तहत सभी विद्यार्थियों को शारीरिक गतिविधियों एवं खेलों से जोड़ना।
2. प्रत्येक विद्यालयों में टीम का गठन
3. विद्यालयों में खेल मैदान/कोर्ट का विकास
4. विद्यालयों में खेल उपकरणों की व्यवस्था
5. विद्यालयों में पहले से उपलब्ध खेल सुविधाओं उपकरणों/खेल मैदान का सुदृढ़ीकरण)
6. खिलाड़ियों के लिए किट की व्यवस्था
7. खिलाड़ियों के लिए प्रतियोगिताओं का समय समय पर आयोजन
8. खिलाड़ियों के लिए सुविधाएं यथा किट, कोचिंग तथा प्रोत्साहन (स्कॉलरशिप)
9. प्रशिक्षकों की उपलब्धता एवं नियमित दक्षता संवर्धन
10. इस दिशा में बालकों के साथ ही बालिकाओं पर भी विशेष बल देकर उन्हें प्रोत्साहित करना।

 

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