- कार्यक्रम के माध्यम से भारत के गौरवशाली इतिहास और वीरों से परिचित होगी युवा पीढ़ी
कानपुर। क्रीड़ा भारती कानपुर महानगर खेल दिवस के अवसर पर 29 अगस्त को ग्रीनपार्क में प्रातः 8 बजे से “तृतीय पावनखिंड दौड़” का आयोजन करने जा रही है। इस ऐतिहासिक दौड़ के सफल आयोजन हेतु सोमवार को पंडित दीनदयाल विद्यालय के परिसर में प्रान्त प्रचारक श्रीराम जी के नेतृत्व में क्रीड़ा भारती अखिल भारतीय नियामक मंडल सदस्य पूर्व अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी संजीव पाठक, सह प्रान्त सचिव अरुण दुबे, विभाग अध्यक्ष सुनील सिंह, उपाध्यक्ष केशव द्विवेदी, विद्यालय के प्रधानाचार्य राकेश राम त्रिपाठी, सौरभ श्रीवास्तव, संजय टंडन, किशन अवस्थी की उपस्थिति में तृतीय पावन खिंड दौड़ के पोस्टर का विमोचन किया गया।
यह पावन खिण्ड दौड़ भारतीय योद्धा बाजीप्रभु देशपांडे तथा 300 शूरवीरों के अप्रतिम वीरता पूर्ण बलिदान की गाथा को समेटे हुए गौरवशाली इतिहास है जो पन्हालगढ़ से विशालगढ़ के बीच दुर्गम पहाड़ी व जंगली रास्ते से एक रात में दुश्मन से लड़ते हुए लगभग 60 किलोमीटर दौड़कर लड़ा गया था। स्वर्णिम भारतीय इतिहास की अप्रतिम वीरगाथा सभी तक पहुंचे, इस हेतु पावन खिन्ड दौड़ का प्रतीकात्मक आयोजन पूरे समाज के सहयोग से तीसरी बार होने जा रहा है। आम जनमानस, विद्यार्थी, खिलाड़ी, बहनें, सामाजिक संगठन आदि सभी प्रकार की श्रेणी के बंधु इस आयोजन में सम्मिलित होंगे।
भारत में प्रथम पावनखिंड दौड़ का आयोजन कानपुर में हुआ था उसके बाद देश में पावनखिंड दौड़ के कई आयोजन हो चुके हैं। कानपुर के लिए गर्व का विषय है कि तीसरी बार पुनः यह आयोजन 29 अगस्त को होने जा रहा है। निश्चित ही यह पिछली बार दौड़ की संख्या के कीर्तिमान को पीछे छोड़ देगा। इस प्रकार के कार्यक्रमो के माध्यम से क्रीड़ा भारती का उद्देश्य भारतीय वीरो के इतिहास से आज की युवा पीढी में जागरूकता उत्पन्न करना है। मंगलवार से क्रीड़ा भारती के कार्यकर्ताओं के द्वारा कानपुर में विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालय, संस्थाओं, जनता के मध्य पावन खिंड का इतिहास बता कर उनसे दौड़ में प्रतिभाग करने का आग्रह कार्यक्रम प्रारंभ होगा।