- सरदार पटेल पब्लिक स्कूल में सम्पन्न हुई ज़ोनल बॉक्सिंग प्रतियोगिता
- अंडर-14, 17 व 19 वर्गों में खिलाड़ियों ने दिखाया दमखम
- स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक विजेताओं ने बढ़ाया स्कूल का मान
कानपुर, 21 मई। सरदार पटेल पब्लिक स्कूल, दीनदयालपुरम नौबस्ता में दिनांक 20 मई 2025 को ज़ोनल बॉक्सिंग प्रतियोगिता का भव्य आयोजन हुआ। इस प्रतियोगिता में अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 आयु वर्ग के बालक-बालिकाओं ने भाग लिया और अपने-अपने भारवर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक अपने नाम किए।
प्रतियोगिता का भव्य उद्घाटन
प्रतियोगिता का उद्घाटन सरदार पटेल पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर श्री शैलेंद्र पटेल ने किया। उन्होंने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेलों के माध्यम से बच्चों में अनुशासन, आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल का विकास होता है।
प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालयों की भागीदारी
प्रतियोगिता में U.P. किराना पब्लिक स्कूल, मदर टेरेसा मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल केशव नगर, मदर टेरेसा हायर सेकेंडरी स्कूल किदवई नगर, सरदार पटेल पब्लिक स्कूल, सेंट थॉमस स्कूल किदवई नगर के खिलाड़ियों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों ने दमदार प्रदर्शन करते हुए अपने-अपने स्कूल का मान बढ़ाया।
निर्णायक मंडल की अहम भूमिका
प्रतियोगिता को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में निर्णायक मंडल की अहम भूमिका रही। निर्णायकों में श्री अरुण शर्मा, संजीव दीक्षित, संजय गुप्ता, मुकेश झा, महेंद्र शिरोमणि, नरेंद्र प्रताप सिंह, रवि कठेरिया, मुकेश दुबे, अशोक कुमार वर्मा, स्पोर्ट्स टीचर सोनू वर्मा एवं भगवान दीन उपस्थित रहे।
संजीव दीक्षित ने दी जानकारी
जिला संघ के सचिव संजीव दीक्षित ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि यह प्रतियोगिता विद्यार्थियों को खेलों की ओर प्रेरित करने और उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए आयोजित की गई थी। पदक विजेताओं की सूची प्रतियोगिता के समापन के साथ जारी की गई है।
प्रतियोगिता का आयोजन वाकई सराहनीय है। खेलों के माध्यम से बच्चों में अनुशासन और आत्मविश्वास का विकास होता है, यह बात बिल्कुल सही है। सभी स्कूलों के खिलाड़ियों ने जोरदार प्रदर्शन किया, यह देखकर बहुत खुशी हुई। निर्णायक मंडल की भूमिका भी अहम रही, उनके बिना यह आयोजन संभव नहीं हो पाता। जिला संघ के सचिव ने जो जानकारी दी, वह भी बहुत महत्वपूर्ण है। क्या आगे भी ऐसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी? मेरा मानना है कि ऐसे आयोजनों से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है।