- गोरखनाथ मंदिर में नागपंचमी पर आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता के विजेताओं को सीएम योगी ने किया पुरस्कृत
- वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को मिल रही सम्मानजनक सरकारी नौकरी : सीएम योगी
- खेल की गतिविधियों को बढ़ाने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने को सरकार प्रतिबद्ध : सीएम योगी
गोरखपुर, 9 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खेल व्यक्ति को स्वस्थ रखने का माध्यम तो है ही, सरकार की खेल और खिलाड़ियों के हित में बनाई गई नीति से यह भविष्य संवारने का भी सशक्त माध्यम बन गया है। वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को सरकार यूपी पुलिस के साथ ही अन्य सरकारी विभागों में बड़े पैमाने पर नौकरी दे रही है। सरकार खेल और खिलाड़ियों के हित में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत कर रही है तो साथ ही खिलाड़ियों को पुरस्कार, नियुक्ति और भरपूर आर्थिक सहायता देकर उन्हें प्रोत्साहित भी कर रही है।
सीएम योगी शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर के मेला परिसर में नागपंचमी के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय सीनियर प्राइजमनी पुरुष कुश्ती प्रतियोगिता के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश में खेलों का बेहतरीन माहौल बना है। हमारे खिलाड़ी खेल को नई ऊंचाई पर ले जा रहे हैं। सरकार का प्रयास है कि खिलाड़ियों को हर संभव मदद देकर खेल की गतिविधियों को आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने पेरिस ओलंपिक का जिक्र करते हुए कहा कि नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में रजत पदक जीतकर और हॉकी टीम ने लगातार दूसरी बार ओलंपिक में पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि 2020 के टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाली हॉकी टीम का यूपी सरकार ने लखनऊ में सम्मान किया था। हॉकी टीम के ओलंपिक खिलाड़ी, यूपी के ललित उपाध्याय को यूपी पुलिस में डिप्टी एसपी पद पर नियुक्ति दी गई है। ललित कुमार ने इस बार भी ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया है। जबकि यूपी के ही खिलाड़ी राजकुमार ने पदक के मुकाबले में अपने शानदार प्रदर्शन से स्पेन को हराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
खिलाड़ियों को यूपी में मिली सम्मानजनक सरकारी नौकरी
खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए सीएम योगी ने बताया कि खिलाड़ियों को यूपी में सम्मानजनक सरकारी नौकरी दी जा रही है। अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी ललित उपाध्याय, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी दीप्ति शर्मा, एथलेटिक्स में पारुल चौधरी और कबड्डी में अर्जुन देशवाल को डिप्टी एसपी, कुश्ती में दिव्या काकरान और जुडो में विजय कुमार को नायब तहसीलदार, नौकायन में पुनीत कुमार, एथलेटिक्स में प्राची को जिला युवा कल्याण अधिकारी और अर्जुन को परिवहन विभाग में यात्री एवं माल कर अधिकारी पद पर नियुक्त किया गया है।
खेल और खिलाड़ियों को लगातार बढ़ा रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने, उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इसके तहत जिला स्तर पर स्टेडियम व ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। हर गांव में खेल के मैदान व ओपन जिम विकसित किए जा रहे हैं। अनुपूरक बजट में भी सरकार ने 100 करोड़ रुपये का प्रावधान ब्लॉकों में मिनी स्टेडियम बनाने के लिए किया है। उन्होंने कहा कि 16 खेलों में 18 जिलों में छात्रावास संचालित हैं। तीन स्पोर्ट्स कॉलेज के साथ ही खिलाड़ियों के भोजन आदि के दर में वृद्धि की गई है। 50 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को डेढ़ लाख रुपये प्रतिमाह मानदेय के हिसाब प्रशिक्षक के रूप में रखा जा रहा है जिनमें से 10 प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 84 स्टेडियम, 67 बहुउद्देश्यीय स्पोर्ट्स हाल, 38 तरणताल, 15 सिंथेटिक हॉकी मैदान, 47 अत्याधुनिक जिम, 13 कुश्ती हाल, 6 शूटिंग रेंज, 20 सिंथेटिक टेनिस कोर्ट, 14 सिंथेटिक बास्केटबॉल हाल, 16 छात्रावास समेत स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर के अनेकानेक कार्य हो चुके हैं। इसके अलावा मेरठ में मेजर ध्यानचंद के नाम पर प्रदेश के पहले और विश्व स्तरीय स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय का निर्माण युद्ध स्तर पर हो रहा है।
ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रुपये
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से ओलंपिक एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 2 करोड़ रुपये देने की नीति तय है। ओलंपिक की टीम स्पर्धा में यह राशि क्रमशः 3, 2 व 1 करोड़ रुपये है। एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता को 3 करोड़, रजत पदक विजेता को 1.5 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 75 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाता है। कामनवेल्थ खेल तथा विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता को 1.5 करोड़, रजत पदक विजेता को 75 लाख व कांस्य पदक विजेता को 50 हजार रुपये दिए जाते हैं। इसी तरह से नेशनल गेम्स में भी विजेताओं को पुरस्कृत किया जाता है। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार की तरफ से ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को 10 लाख तथा एशियन गेम्स व कामनवेल्थ में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को 5-5 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। कहा कि खेल व खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध और संकल्पित है।
खिलाड़ियों को प्रतिमाह भरपूर आर्थिक मदद
सीएम योगी ने कहा कि अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, खेल रत्न व खेल के क्षेत्र में पदम् पुरस्कार करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए सरकार ने प्रतिमाह 20 हजार रुपये वित्तीय सहायता दी जा रही है। इसके साथ ही अशक्त अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को प्रतिमाह 10 हजार रुपये, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 6 हजार तथा राज्य स्तरीय खिलाड़ियों को प्रतिमाह 4 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार प्रति वर्ष पुरुष वर्ग में लक्ष्मण पुरस्कार तथा महिला वर्ग में रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार देती है। इसके अंतर्गत लक्ष्मणजी व रानी लक्ष्मीबाई की कांस्य प्रतिमा के साथ खिलाड़ियों को 3.11 लाख रुपये की नकद धनराशि दी जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 140 खिलाड़ियों को एकलव्य क्रीड़ा कोष से आर्थिक सहायता दी गई है।
नागपंचमी और काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी महोत्सव की दी बधाई
मुख्यमंत्री ने सभी को नागपंचमी पर्व के साथ ही काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी महोत्सव के शुभारंभ की बधाई दी। उन्होंने कहा कि दोनों आयोजनों का एक दिन होना सुखद संयोग है। काकोरी ट्रेन एक्शन के नायकों पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, राजेंद्रनाथ लाहिड़ी, ठाकुर रोशन सिंह आदि के बलिदान को नमन करते हुए सीएम ने कहा कि शताब्दी महोत्सव के आयोजन में सरकार की मंशा है कि बलिदानियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने साथ युवाओं की प्रतिभा और ऊर्जा का लाभ समाज और देश को प्राप्त हो।
सीएम योगी ने बढ़ाया पहलवानों का उत्साह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश केसरी, उत्तर प्रदेश कुमार व उत्तर प्रदेश वीर अभिमन्यु खिताब के लिए फाइनल मुकाबला देखा। इस दौरान उन्होंने पहलवानों के बेहतरीन दांव पर ताली बजाकर उनका उत्साह बढ़ाया। इस अवसर पर उन्होंने उत्तर प्रदेश केसरी का खिताब जीतने वाले गौतमबुद्ध नगर के जोंटी कुमार को 1.01 लाख रुपये, गदा व प्रमाण पत्र, उप विजेता मेरठ के अभिषेक को 51 हजार रुपये व प्रमाण पत्र, उत्तर प्रदेश कुमार का खिताब जीतने वाले यूपी पुलिस के आयुष को 51 हजार रुपये, गदा व प्रमाण पत्र, उप विजेता गोरखपुर के रमन को 25 हजार रुपये व प्रमाण पत्र, वीर अभिमन्यु खिताब जीतने वाले कृष्णानगर के जनार्दन को 51 हजार रुपये, गदा व प्रमाण पत्र और उप विजेता सनीस खोखर को 25 हजार रुपये का पुरस्कार प्रदान किया।
खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए सीएम योगी सदैव प्रयत्नशील: खेल मंत्री
कुश्ती प्रतियोगिता में खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि सीएम योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों पर जा रहा है। वह खेल और खिलाड़ियों को भी आगे बढ़ाने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहते हैं। उनके नेतृत्व में खेल नीति को इस प्रकार बनाया गया है जिससे खेल और खिलाड़ियों को हर जरूरी संसाधन-सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। उन्होंने बताया कि सीएम योगी के मार्गदर्शन में अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में पदक विजेता यूपी के खिलाड़ियों को क्लास-टू की सरकारी नौकरी देने की व्यवस्था की गई है। जबकि राष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेताओं को समूह ग में भर्ती किया जा रहा है। 534 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी में भर्ती करने के विशेष अभियान में अब तक 490 को नियुक्ति पत्र दिया जा चुका है। स्वागत संबोधन विधायक विपिन सिंह ने किया। इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक फतेह बहादुर सिंह, महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, खेल सचिव सुहास एल वाई, क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी आले हैदर, जिला कुश्ती संघ के अध्यक्ष दिनेश सिंह, जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष अरुणेश शाही, जिला हॉकी संघ के अध्यक्ष मनीष सिंह, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास समेत बड़ी संख्या में खेल प्रेमी, अधिकारी व गणमान्यजन मौजूद रहे। इस अवसर पर कुश्ती संघ के पदाधिकारियों ने सीएम योगी को स्मृति चिन्ह के रूप में गदा भेंट किया।