- उत्तर प्रदेश चेस स्पोर्ट्स एसोसिएशन की वार्षिक साधारण सभा सम्पन्न
- कार्तिक कपूर की अध्यक्षता में हुई बैठक, 42 जिलों के प्रतिनिधियों ने दर्ज कराई उपस्थिति
कानपुर, 13 जुलाई:
आर्य नगर स्थित गेंजेस क्लब, कानपुर में उत्तर प्रदेश चेस स्पोर्ट्स एसोसिएशन (UPCSA) की वार्षिक साधारण आम सभा (AGM) का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता कार्तिक कपूर (अध्यक्ष, यूपीसीएसए) ने की। पूर्व अध्यक्ष डॉ. संजय कपूर (अध्यक्ष, फिडे ज़ोन 3.7) का बुके देकर स्वागत किया गया। प्रदेश के 42 जनपदों के प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया।
वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत, सभी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित
यूपीसीएसए के सचिव ए. के. रायजादा ने 2024–2025 की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और सभी पदाधिकारियों का आभार जताया। एजीएम में वर्ष भर की गतिविधियों, उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा हुई। सभी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए।
“चेस इन स्कूल” कार्यक्रम को गाँवों-कस्बों तक विस्तार
अध्यक्ष कार्तिक कपूर ने बताया कि AICF का “चेस इन स्कूल प्रोग्राम” जो 2022 से चल रहा है, उसे अब उत्तर प्रदेश के ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों तक पहुंचाया जाएगा। इसके तहत प्रदेश के सभी शतरंज इकाइयों को कार्य योजना का हिस्सा बनाया जाएगा।
अंतर विद्यालयीय राज्य स्तरीय प्रतियोगिता और GM प्रशिक्षण की योजना
प्रदेश में राज्य स्तरीय अंतरविद्यालयीय शतरंज प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। साथ ही सीतापुर में फ्यूचर जीएम सीरीज फिडे रेटिंग टूर्नामेंट की सफल शुरुआत हुई है, जिसमें चयनित खिलाड़ियों को जीएम और आईएम स्तर के विशेषज्ञों से विशेष प्रशिक्षण देने की योजना है।
प्रशिक्षकों व आर्बिटर्स को मिलेगा प्रशिक्षण, बनेगा सर्टिफिकेशन सिस्टम
सचिव ए. के. रायजादा ने बताया कि AICF और फिडे के सहयोग से चयनित प्रशिक्षकों को ट्रेनिंग, आर्बिटर ट्रेनिंग प्रोग्राम, प्रारंभिक शतरंज प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे इसके साथ ही स्कूल स्तर पर शतरंज का प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षकों का प्रमाणन भी किया जाएगा।
कई राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय टूर्नामेंट होंगे आयोजित
2024-25 में उत्तर प्रदेश को निम्न महत्वपूर्ण प्रतियोगिताएं आयोजित करने का अवसर मिला है:
- 15 वर्ष से कम आयु वर्ग की राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता
- ग्रैंडमास्टर शतरंज प्रतियोगिता
- UP शतरंज लीग
- फ्यूचर जीएम सीरीज FIDE रेटिंग टूर्नामेंट – राज्य के 10 जिलों में
इन आयोजनों का लक्ष्य खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाना है।
तीन वर्षीय कार्य योजना तैयार
UPCSA की आगामी योजना तीन वर्षीय स्तर पर तैयार की जा रही है, जिसमें तीन प्रमुख फोकस एरिया होंगे:
- खिलाड़ियों का प्रशिक्षण
- ट्रेनर प्रशिक्षण
- आर्बिटर प्रशिक्षण
इस दीर्घकालिक योजना का उद्देश्य शतरंज को व्यवस्थित और संस्थागत स्तर पर बढ़ावा देना है।