-
चयनकर्ताओं की कसौटी पर खिलाड़ियों का प्रदर्शन
-
ऐसे में लगने वाले आरोपों को मिलता है बल
कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) में चयन को लेकर अक्सर आरोप लगते रहे हैं। बीते कई सालों से इन आरोपों के केन्द्र में हमेशा एक शख्स नाम चर्चा में रहा है। हालांकि यूपीसीए पदाधिकारियों ने हमेशा इसका बचाव किया और मनगढ़त एवं झूठे आरोप बताते रहे हैं। अब फिर वह शख्स चर्चा में आया है, इस बार विजय मर्चेंट ट्रॉफी में एक खिलाड़ी का प्रदर्शन चयनकर्ताओं पर उंगली उठा रहा है। इस खिलाड़ी ने तीन मैचों की पांच पारियों में बल्लेबाजी की, पर वह एक भी पारी में अपना खाता तक नहीं खोल सका। अब सीनियर खिलाड़ी आपस में पुछते हैं यह कैसे सलेक्ट हो गया।
अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए जब यूपी टीम का चयन हो रहा था, तब एक खिलाड़ी खासा चर्चा में था। वह यूपीसीए के पूर्व सचिव के पीए का लड़का अयान अकरम था। उसके चयन पर लोगों ने सवाल उठाए तो यूपीसीए की तरफ से कहा गया था कि वह टैलेंटेड है, टैलेंट के आधार पर उसका चयन किया गया है। पूर्व सचिव के पीए का पुत्र होने की वजह से नहीं। अब पोल खुल रही है। उसने विजय मर्चेंट में अभी तक खेले गए तीन मैचों में अयान को वनडाउन पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया है। वह इन मैचों की पारियों में एक रन भी नहीं बना सका है। पांचों पारियों में वह शून्य पर आउट हुआ है। चयनकर्ताओं के बाद टीम मैनेजमेंट भी उस पर मेहरबान है तो सवाल उठता ही है। सीनियर खिलाड़ियों का कहना है कि काबिल बच्चों का हक मारकर ऐसे बच्चों को खिलाया जा रहा है। अयान अकरम ने इन मैचों में गेंदबाजी भी की है। उसके खाते में तीन मैचों की छह पारियों में छह विकेट जरूर हैं, लेकिन इसके लिए उसने खूब रन लुटाए हैं।
अन्याय हुआ है तो हमसे करें शिकायत
अगर आपके साथ अन्याय हुआ है तो हमसे शिकायत करें, आपके साथ न्याय होगा। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. निधिपति सिंघानिया की तरफ यह कहा गया है। ऐसा दावा उत्तम केसरवानी ने किया है। उन्होंने एक पम्पलेट के माध्यम से बताया कि जो खिलाड़ी वर्ष 2014 के बाद यूपीसीए के द्वारा किसी भी स्तर पर अन्याय के शिकार हुए हैं, वह मय साक्ष्य के अपनी शिकायत उत्तम केसरवानी की ई-मेल आईडी पर या उनके मोबाइल नंबर पर भेजें। ऐसे खिलाड़ियों की पहचान गुप्त रखी जाएगी। उन्हें न्याय दिलाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।