मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल्स को 6 विकेट से हराकर आईपीएल 2023 में खाता खोला
मुक़ाबला कांटे का था। दोनों टीमों में ख़ूब संघर्ष हुआ लेकिन अंत में मामला मुंबई के पक्ष में रहा। एक स्टेज पर दिल्ली की टीम 180 के पास जा रही थी लेकिन मुंबई के गेंदबाज़ों ने ऐसा नहीं होने दिया। दूसरी तरफ़ मुंबई की टीम काफ़ी पहले यह मैच जीतने वाली थी लेकिन दिल्ली के गेंदबाज़ों ने उन्हें रोके रखा और मैच अंतिम ओवर तक गया। आखिरी गेंद पर दो रन चाहिए थे और मुंबई ने यह चुरा लिया और इस सीजन की अपनी पहली जीत दर्ज की। वहीं आखिरी गेंद पर दिल्ली का दिल एक बार फिर टूट गया। मैच भले मुंबई जीती लेकिन एक बार फिर क्रिकेट ने सबके दिल को 2-3 बार ज़्यादा धड़कने के लिए मज़ूबर कर दिया।
फिर आखिरी गेंद तक पहुंचा मैच
दिल्ली कैपिटल्स ने 19.4 ओवर्स में सभी विकेट खोकर 172 रन बनाए थे। यह मैच इस पिच पर खराब नहीं था। दिल्ली की ओर से कप्तान डेविड वार्नर ने 51 रनों की पारी खेली, लेकिन जिस खिलाड़ी ने टीम को 150 के पार पहुंचाया वो थे अक्षर पटेल। अक्षर ने महज 25 गेंदों पर 4 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 54 रन जड़ दिए। हालांकि दिल्ली ने अपने आखिरी 5 विकेट महज 8 रन पर गंवा दिए। मुंबई की ओर से जेसन बेहरनडार्फ और पीयूष चालवा ने 3-3 विकेट झटके। लक्ष्य आसान नहीं था, लेकिन रोहित शर्मा (65) और ईशान किशन (31) ने पहले विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी करके मैच पर शिकंजा कस लिया। तिलक वर्मा (41) ने भी मैच का रुख मुंबई की ओर मोड़ दिया, लेकिन दिल्ली ने भी हार नहीं मानी और एक के बाद एक तीन विकेट लेकर मैच को रोमांचक बना दिया। अंत में मुंबई को जीत के लिए एक गेंद पर दो रनों की दरकार थी, जिसे टिम डेविड और कैमरन ग्रीन ने नाटकीय अंदाज में पूरा कर लिया।
“सूर्य” जमीं पर
“स्काई” (सूर्य कुमार यादव) के लिए यह मैच भी बुरे सपने जैसा रहा। वह फिर शून्य पर आउट हुए। उनकी पिछली 6 पारियों (3 वनडे और 3 आईपीएल) में चौथा गोल्डन डक। स्काई धीरे-धीरे गोल्डन डक का ब्रांड एंबेसडर बन रहे हैं।
मुंबई इंडियंस के कप्तान और प्लेयर ऑफ द मैच रोहित शर्मा ने कहा – खेल जीतना सबसे महत्वपूर्ण बात है। हम वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहे हैं और टूर्नामेंट से कुछ हफ़्ते पहले मुंबई में हमारे कैंप लगे थे। हम तब से ही मेहनत कर रहे हैं। सकारात्मक परिणाम प्राप्त करना वास्तव में अच्छा लगता है। हमने हाल ही में यहां एक टेस्ट मैच खेला था और यह पिच उससे अलग नहीं दिखी और सूखी नज़र आई। इसलिए मैंने सोचा कि धीमे गेंदबाज़ों को खेल में जल्दी लाना महत्वपूर्ण है। हमें लगा कि 173 रन का पीछा किया जा सकता है और सभी बल्लेबाज़ों ने बढ़िया खेल दिखाया। जब मैं बल्लेबाज़ी के लिए गया तो मैं पावरप्ले का पूरा उपयोग करना चाहता था क्योंकि जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, लक्ष्य यह कठिन होता जाएगा। हमने साझेदारी बनाने की कोशिश की और तिलक को इसी इरादे से बल्लेबाज़ी करते देखना अच्छा लगा। हम हमेशा से जानते थे कि नए बल्लेबाज़ों के लिए आकर बल्लेबाज़ी करना मुश्किल होगा। हमें बहुत सारे युवा मिले हैं और यह सब उन्हें आत्मविश्वास देने और उनकी क्षमता पर भरोसा करने के बारे में है। हम एक स्वस्थ वातावरण चाहते हैं और हम परिणामों के आधार पर कठोर परिवर्तन नहीं करना चाहते हैं।