- शिक्षा, संस्कृति और संस्कार का संगम, दीप प्रज्वलन के साथ हुआ समारोह का शुभारंभ
कानपुर, 13 दिसंबर।
शीलिंग हाउस स्कूल में वार्षिक समारोह “एक्ला-2025: कल्चरल एक्सट्रावैगैंजा” का भव्य आयोजन किया गया। दो दिवसीय इस कार्यक्रम का प्रथम चरण 13 दिसंबर 2025 को संपन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि पुलिस कमिश्नर कानपुर श्री आशुतोष कुमार रहे, जिन्होंने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।

विद्यालय प्रबंधन एवं शिक्षाविदों की गरिमामयी उपस्थिति
विद्यालय के चेयरमैन श्री परवेज एफ. रुस्तमजी ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर वाइस चेयरमैन श्री एस.के. धवन, सचिव एवं कोषाध्यक्ष श्री एम.एल. शुक्ला, प्रधानाचार्या श्रीमती वनिता मल्होत्रा, उप-प्रधानाचार्या श्रीमती अलका माली, शीलिंगाइट्स की प्रधानाचार्या हिमानी बक्शी, भगवंती एजुकेशन सेंटर की प्रधानाचार्या श्रीमती शैलीधीर, डॉ. वी.एस.ई.सी. कैंट की प्रधानाचार्या श्रीमती सुषमा मंडल सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। विद्यालय के 67 वर्षों की गौरवशाली यात्रा को दर्शाते हुए प्रतीक चिन्ह का भव्य अनावरण किया गया।

शैक्षिक उपलब्धियों में उत्कृष्ट विद्यार्थियों का सम्मान
शीलिंग हाउस स्कूल ने एक बार फिर शैक्षिक उत्कृष्टता का परिचय दिया। कक्षा 10 की परीक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों स्पर्श सक्सेना (99.8%), कुंज गुप्ता (99.2%) एवं निश्चल गुप्ता को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, प्रदेश एवं जिला स्तर पर विद्यालय का नाम रोशन करने वाले विद्यार्थियों को भी सम्मान प्रदान किया गया।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समां
छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ‘अराउंड द वर्ल्ड’, ‘नारी सशक्तीकरण’, ‘एनवायरमेंट डांस’, ‘ट्रिब्यूट टू ग्रैंडपेरेंट्स’, इंग्लिश ड्रामा एवं ‘यूवी डांस’ जैसी प्रस्तुतियों ने सामाजिक सरोकारों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। इन कार्यक्रमों के माध्यम से नारी सम्मान, पर्यावरण संरक्षण, बुजुर्गों के प्रति आदर तथा यातायात नियमों के प्रति जागरूकता का संदेश दिया गया।

सफल रहा वार्षिकोत्सव का प्रथम दिवस
उत्साह, अनुशासन और रचनात्मकता से परिपूर्ण प्रस्तुतियों के साथ “एक्ला-2025” का प्रथम दिवस सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसने शीलिंग हाउस की शैक्षिक और सांस्कृतिक विरासत को एक बार फिर सशक्त रूप से प्रस्तुत किया।