यूपी क्रिकेट में ईमानदारी दिखाने का प्रयास

 

 

  • बिगड़ रही छवि सुधारने को उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन कर रहा कोशिश

कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ की लगातार छवि बिगड़ती देख आला कमान से लेकर चपरासी तक हिले दिखाई दे रहे हैं। अब इस बिगड़ते समीकरण और छवि को सुधारने के लिए संघ के सदस्य और पदाधिकारियों ने ईमानदारी से प्रक्रियाओं को दुरुस्त करने की कवायद शुरू कर दी है। जिससे लोगों को यह लगे संघ में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है। संघ में फैली किरकिरी को समेटने के लिए अब मैच जिताऊ टीम का सहारा लिया जा रहा है। क्रिकेट जगत में यह चर्चा आम है कि उन खिलाड़ियों को शायद थोड़े दिनों के लिए टीमों में रखा गया है जो अच्छे परफॉर्मर के रूप में कभी चयनकर्ताओं कि निगाहों में ही केवल आए हों। हाल ही में प्रदेश संघ के एक अधिकारी ने जानकारी साझा की थी कि संघ में पारदर्शिता बरती जा रही है इसलिए प्रदेश की अण्डहर- 23 टीम T 20 में चैंपियन हुई है। बताते चलें कि अभी बीते कई महीनो से उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के भीतर घमासान मचा हुआ है। कभी पदाधिकारियों के बीच हुई बातचीत के आडियो वायरलहो रहे हैं तो कभी प्रदेश में रहने वाले भारतीय तेज गेंदबाज का चयनकर्ताओं पर सवालिया निशान उठाना। इस प्रकार के लगभग 5 से 6 मामले प्रदेश संघ के काले कारनामों को उजागर किया गया जिससे संघ की छवि धूमिल हो गयी यही नही प्रदेश क्रिकेट संघ इसके अलावा भी और कई तरह की आंतरिक कलहों से भी जूझ रहा है। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सूत्र बताते हैं कि

जहां तक संघ की छवि को सुधारने की बात है तो इसमें संघ की पहल थोड़ी ठीक कहीं जा सकती है, लेकिन इसी बीच ईमानदारी बरतने के चक्कर में भाई के गुर्गो की ओर से लिए गए खिलाड़ियों से पैसे अब थोड़ी परेशानी का सबक भी संघ के लोगों के लिए बन गए हैं। क्योंकि जिनसे पैसे लिए वह अब इस टीम का हिस्सा नहीं है और वह उन पर अपने पैसे वापस मांगने का दबाव भी बना रहे हैं। मेरठ और सहारनपुर के खिलाड़ियों की ओर से अधिक दबाव बनाया जा रहा है क्योंकि सबसे अधिक खिलाड़ी इन्हीं दोनों शहरों से पैसे लेकर टीम में शामिल करवाए जा रहे थे जो अब मैच ज़िताऊ टीम बनाने के लिए इन पर बैरीकेड से बन गए हैं। हाल फिलहाल प्रदेश की सीनियर क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान करण शर्मा को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया उनके बारे में सेलेक्टर्स की राय भी अच्छी नहीं थी। टीम मैनेजमेंट से जुड़े एक अधिकारी ने उन्हें प्रदेश क्रिकेट की गंध तक कह दिया था। यूपीसीए के एक सदस्य के मुताबिक कुछ चुनिन्दा् लोगों के लिए गए निर्णयों से संघ की ओर से नए कार्य कर दिए गए जिससे छवि बिगडती आ रही है। अब आलाकमान को चाहिए कि वह जल्द ही उन लोगों के खिलाफ कडे कदम उठाए जिससे आने वाले समय में संघ एक बार फिर से अपने पुराने स्वरूप में वापस दिखायी दे। अब इस बार नए मामलों को लेकर कई क्रिकेट संघ के कई सदस्यों ने आलाकमान से संघ की बिगड रही छवि को दुरुस्त करने की मांग की है।

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