- अंपायर और स्कोरर कमेटी की बैठक में लिया गया फैसला
- महंगाई भत्ते व लोकल कंवेंस में बढ़ोत्तरी की गई सिफारिश
कानपुर। आपको जल्द ही बोर्ड ट्रॉफी हो या लोकल स्तर पर खेली जाने वाली प्रतियोगिताएं, सबमें महिलाएं स्कोरिंग और अंपायरिंग करती नजर आएंगी। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) ने महिलाओं को क्रिकेट के इस फील्ड में भी महिलाओं को प्रमोट करने के लिए फैसला लिया गया है। यूपीसीए अपनी संबद्ध जिला इकाइयों से भी महिलाओं को अंपायर और स्कोरर भूमिका में करियर बनाने के प्रेरित करने के लिए कहेगा।
क्रिकेट खेल के संचालन में अंपायर और स्कोरर की भी प्रमुख भूमिका होती है। अभी इसमें पुरुषों का ही वर्चस्व नजर आता है। बड़े स्तर के मुकाबले में जरूर आपको कुछ महिला अंपायर या स्कोरर दिख जाएंगी, लेकिन जिला स्तर पर होने वाली लीग और टूर्नामेंट में इक्का-दुक्का ही शायद देखने को मिले। महिलाओं की प्रतियोगिता में भी अंपायर और स्कोरर की भूमिका में अक्सर पुरुष ही नजर आते हैं।
यूपीसीए ने अब स्थिति को बदलने का मूड बना लिया है। बीते दिनों हुई अंपायर और स्कोरर की बैठक में इस बारे में चर्चा करके महिलाओं को आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया है। यूपीसीए अंपायर और स्कोरर में करियर बनाने की इच्छुक महिलाओं को वर्कशाप के जरिए प्रशिक्षित करने के साथ उन्हें हर संभव मदद भी देगा। ऐसा ही वह अपनी जिला ईकाइयों को भी पत्र भेजकर महिलाओं को अंपायर और स्कोरर के क्षेत्र में प्रमोट करने के लिए कहेगा।
वर्कशॉप में महिलाओं से नहीं ली जाएगी फीस
अंपायर और स्कोरर की फील्ड में महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए अब उनके लिए अलग से अंपायर-स्कोरर वर्कशॉप आयोजित की जाएगी। इसके लिए उनसे कोई फीस नहीं ली जाएगी। उनके रहने एवं खाने-पीने का सारा इंतजाम भी यूपीसीए करेगा।
डीए में ढाई सौ नहीं अब पांच सौ मिलेंगे
अंपायरिंग और स्कोरिंग करने वाले अंपायर-स्कोरर के महंगाई भत्ते (डीए) में यूपीसीए ने दो गुने की बढ़ोत्तरी की गई। अब उन्हें पांच सौ रुपये डीए के रूप में भुगतान किए जाएंगे। पहले सिर्फ ढाई सौ रुपये का भुगतान होता था। अंपायर-स्कोरर की मदद के लिए जो लोकल के अंपायर-स्कोरर लगाए जाते थे उन्हें अब स्थानीय यात्रा भत्ते के रूप में अब 250 रुपये दिए जाएंगे। पहले सौ रुपये सिर्फ दिए जाते थे।