- ‘कूकीवान कंप’ इंटरनेशनल ओपन ताइक्वांडो चैम्पियनशिप में कानपुर का परचम लहराया
- नई दिल्ली में आयोजित प्रतियोगिता में दिखाया अदम्य साहस और जुनून
कानपुर, 13 अक्टूबर।
नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम (के.डी. जाधव हॉल) में 9 से 12 अक्टूबर 2025 तक आयोजित “कूकीवान कंप इंटरनेशनल ओपन ताइक्वांडो चैम्पियनशिप” में कानपुर के बसंत विहार निवासी 78 वर्षीय राम गोपाल वाजपेयी ने इतिहास रच दिया। इस प्रतियोगिता का आयोजन ताइक्वांडो के विश्व मुख्यालय “कूकीवान” (कोरिया) द्वारा ताइक्वांडो कोरियन कल्चर सेंटर और भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI), नई दिल्ली के सहयोग से किया गया।

पुमसे में स्वर्ण, पावर ब्रिक में रजत — दो पदक जीतकर बढ़ाया भारत का मान
ताइक्वांडो के प्रति अटूट समर्पण और असीम जज़्बे के साथ राम गोपाल वाजपेयी ने 65 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग में पुमसे (Poomsae) स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा, उन्होंने पहली बार पावर ब्रिक (Board Breaking) वर्ग में रजत पदक भी हासिल किया। इस तरह उन्होंने एक ही प्रतियोगिता में दो-दो पदक जीतकर न केवल कानपुर, बल्कि उत्तर प्रदेश और भारत का नाम रोशन किया।
कोच को समर्पित की सफलता, जारी है विश्व चैंपियनशिप की तैयारी
राम गोपाल वाजपेयी ने अपनी इस ऐतिहासिक सफलता को अपने गुरु ग्रैंड मास्टर ललित टिर्की को समर्पित करते हुए कहा “मेरी जीत मेरे कोच की कड़ी मेहनत और प्रेरणा का परिणाम है। मैं 2026 में होने वाली एथिला कौर विश्व ताइक्वांडो पुमसे चैंपियनशिप के लिए पूरी मेहनत से अभ्यास कर रहा हूं।” उनका यह जज़्बा उम्र की सीमाओं को पार कर नई प्रेरणा बन गया है।
कानपुर ताइक्वांडो एसोसिएशन ने दी बधाई
इस उपलब्धि पर कानपुर ताइक्वांडो एसोसिएशन के पदाधिकारियों अध्यक्ष दीपक चौरसिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश दीक्षित, उपाध्यक्ष बलराम यादव एवं अविनाश चंद्र द्विवेदी, महासचिव प्रदीप सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष आलोक गुप्ता, सह सचिव प्रयाग सिंह, सत्येंद्र सिंह यादव सहित सभी ताइक्वांडो प्रेमियों ने राम गोपाल वाजपेयी जी को हार्दिक बधाई दी और आगामी प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएँ प्रेषित कीं।
उम्र नहीं, जज़्बा मायने रखता है — राम गोपाल वाजपेयी बने प्रेरणा स्रोत
78 वर्ष की उम्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतना इस बात का प्रतीक है कि समर्पण, अनुशासन और जुनून से कोई भी उम्र बड़ी नहीं होती। उनकी यह उपलब्धि देशभर के खिलाड़ियों और युवाओं के लिए एक नई प्रेरणा बन गई है।