टीम सिलेक्शन ही नहीं फाइनल इलेवन के चयन में भी “भाई” का हाथ!

 

 

  • यूपी क्रिकेट में एक और आडियो से मची हलचल, बीसीसीआई सचिव और एथिक्स ऑफिसर तक पहुंची शिकायत
  • ऑडियो में एजेंट को दिए जा रहे निर्देश, बंद कमरे में होगा टीम सिलेक्शन, वाट्सएप पर देर रात टीम भेजने की हो रही बात

कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में व्याप्त भ्रष्टाचार की परतें दिन पर दिन खुलती जा रही हैं। तमाम ऑडियो वायरल होने के बाद एपेक्स काउंसिल की मेंबर द्वारा खुलेआम भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद अब एक नए ऑडियो ने खलबली मचा दी है। आरोप है कि इस ऑडियो में यूपीसीए के पूर्व सचिव राजीव शुक्ला के सहायक अकरम सेफी अपने द्वारा अप्वाइंट किए गए एक एजेंट को ये बोलते हुए सुनाई दे रहे हैं की अगले दिन मैच में कौन सी टीम खेलेगी वो रात में व्हाट्सएप पर भेजेंगे। इस ऑडियो से ऐसा प्रतीत हो रहा है की टीम सिलेक्शन ही नहीं बल्कि मैच में कौन सी टीम खेलेगी इस पर भी भाई लोगों का वर्चस्व है। यही नहीं ये भी स्पष्ट हो रहा है कि इस टीम के कोच महज कठपुतली बनकर ये सब झेलने को विवश हैं। अब इसी ऑडियो को साक्ष्य के तौर पर बीसीसीआई सचिव जय शाह और एथिक्स ऑफिसर या ombudsman को शिकायत के माध्यम से भेजी गई है और उनसे तुरंत एक्शन लेने की मांग की गई है। 

तत्काल कार्रवाई की मांग

शिकायतकर्ता प्रदीप सिंह ने भेजे ई मेल में कहा है कि हम आपके ध्यान में बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला के पीए मोहम्मद अकरम सैफी के कुछ और आडियो लाए हैं, जहां अकरम सेफी एक मध्यस्थ को निर्देश देते हैं कि वह खिलाड़ी का नाम शामिल करने के बाद रात में टीम भेजेंगे, इसलिए सभी फेसबुक टिप्पणियाँ हटा दें और मुख्य चयनकर्ता अरविंद कपूर का नाम न लें। उन्होंने आगे लिखा कि यह एक जीवंत प्रमाण है जो साबित करता है कि अकरम सैफी टीम और खिलाड़ियों और चयनकर्ताओं के वर्ग को डमी बनाने में पूरी तरह से शामिल हैं। इसलिए, आपसे अनुरोध है कि कृपया राजीव शुक्ला और अकरम सैफी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें और यूपीसीए को सुचारू रूप से चलाने के लिए बीसीसीआई के प्रशासक को नियुक्त करें। शिकायत में ये भिक्षा गया है कि अगर अभी भी यूपीसीए और इन दोनों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो हमें लगता है कि आपके आशीर्वाद से यूपीसीए में ये सभी गतिविधियां चल रही हैं। आशा है इस मामले में आपका एक्शन जल्द देखने को मिलेगा। 

क्या है नए ऑडियो में

आरोप है की ऑडियो में जो आवाजें हैं वो यूपीसीए के पूर्व सचिव के निजी सचिव अकरम सैफी और उसके सुपर एजेंट के बीच की बातचीत के अंश हैं। इसमें साफ तौर पर अकरम सैफी अपने सुपर एजेन्ट से यह कहते नजर आ रहे हैं कि तुम पर्दे के पीछे रहो, तुम्हें पिक्चर में आने की कोई जरूरत नहीं है और जो तुमने सोशल मीडिया पर अरविंद कपूर के खिलाफ पोस्ट डाले हैं उसे तुरंत हटाओ और देर रात तक वह टीम भी भेज देंगे। उन्होंने कुछ खिलाड़ियों को कानपुर में ही रुकने की हिदायत देते हुए कहा कि कौन से मैदान पर कौन सी टीम का मैच होगा वह उस सूची में अंकित होगा। इसके बाद सुपर एजेंट अकरम से दिल्ली में आकर मिलने की बात कह रहा है। नगर क्रिकेट से जुडे कुछ पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि अकरम जब यूपीसीए में किसी पद पर कभी भी नियुक्त नही किए गए तो वह टीम सिलेक्शन में किस अधिकार से हस्तक्षेप कर रहे हैं। 

यूपीसीए से जुड़े लोग भी हैरान

यूपीसीए के एक पदाधिकारी के मुताबिक इस ऑडियो को सुनकर तो लगता है कि ये केवल बानगी भर है, ऐसे न जाने कितने और ऑडियो गोदाम में होंगे जो समय आने पर मार्केट में आ सकते है। यूपीसीए के एक पूर्व खिलाडी ने ऑडियो सुनने के बाद बताया कि अकरम सहारनपुर जिला संघ से ताल्लुक रखते हैं और वह प्रदेश संघ में किसी भी पद पर नही है लेकिन फिर भी टीम के चयन में वह अपनी पूरा नियन्त्रण रख रहे हैं। वहीं अकरम की गतिविधियों से आक्रोशित प्रदेश संघ के एक कर्मचारी ने बताया कि इस प्रक्रिया उनका साथ प्रदेश भर के एजेन्ट और संघ के सीईओ और उनके कजिन दे रहे हैं। 

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