बैडमिंटन में जय नारायण विद्या मंदिर दोनों वर्गों में चैंपियन 

 

  • स्व डॉक्टर ईश्वरचंद्र गुप्त स्मृति अंतर्विद्यालयी बैडमिंटन प्रतियोगिता 2023
  • बालक वर्ग में जय नारायण विद्या मंदिर सीनियर टीम ने विजेता होने का गौरव प्राप्त किया
  • बालक वर्ग में उपविजेता का खिताब भी जय नारायण विद्या मंदिर जूनियर टीम को
  • बालिका वर्ग में भी जय नारायण विद्या मंदिर सीनियर टीम बनी विजेता

कानपुर, 11 दिसंबर। सोमवार को जय नारायण विद्या मंदिर इंटर कॉलेज कानपुर में स्वर्गीय डॉक्टर ईश्वरचंद्र गुप्त की पुण्य स्मृति पर आयोजित त्रिदिवसीय (9, 10 एवम 11 दिसंबर) अंतर्विद्यालय बैडमिंटन प्रतियोगिता संपन्न हुई। इसमें मेजबान जय नारायण विद्या मंदिर ने दोनों वर्गों का खिताब जीतकर ओवरऑल चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। बालक वर्ग में जय नारायण विद्या मंदिर सीनियर टीम अपने ही विद्यालय की जूनियर टीम को हराकर विजेता बनी। तृतीय स्थान पर जुगल देवी सरस्वती विद्या मंदिर व आक्सफोर्ड माडल पब्लिक स्कूल रहे। बालिका वर्ग में जय नारायण विद्या मंदिर सीनियर टीम ने विजेता होने का गौरव प्राप्त किया, जबकि उपविजेता जुगल देवी सरस्वती विद्या मंदिर व तृतीय स्थान पर जय नारायण विद्या मंदिर जूनियर टीम व बीएनएसडी शिक्षा निकेतन रहे।

कार्यक्रम के समापन एवम पुरस्कार के अवसर पर मुख्य अतिथि विजय धुल (IPS) डीसीपी कानपुर पश्चिम, सुशील गुप्ता (अध्यक्ष सीनियर सेलेक्शन कमेटी उत्तर प्रदेश बैडमिंटन), राघवेंद्र प्रताप सिंह (सदस्य जिला पंचायत रायबरेली, डायरेक्टर कोऑपरेटिव बैंक रायबरेली एवं पूर्व छात्र जय नारायण विद्या मंदिर इंटर कॉलेज), रौनक भाटिया (सदस्य प्रबंध समिति), प्रधानाचार्य डॉक्टर संतराम द्विवेदी, अनिल त्रिपाठी (उप प्रधानाचार्य), सुनील मिश्र (प्रबंधक), विनीत चंद्रा (अध्यक्ष), प्रेम बाबूजी गुप्त आदि अतिथिगण एवम आचार्य गण उपस्थित थे।

कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथि वृंदों द्वारा मां शारदे की प्रतिमा के दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन तथा स्मृति शेष डॉक्टर ईश्वरचंद्र जी गुप्त के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ संपन्न हुआ। प्रतियोगिता में जय नारायण विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, बी एन एस डी शिक्षा निकेतन, जुगल देवी, ऑक्सफोर्ड मॉडल स्कूल, प्रताप इंटरनेशनल स्कूल, शीलिंग हाउस, जयपुरिया स्कूल आदि 8 विद्यालयों की 16 टीमों के प्रतिभागियों ने प्रतिभागिता की।

मुख्य अतिथि विजय धुल IPS ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस तरह की स्पर्धाएं बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा को निखारती हैं। पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे बनोगे लाजवाब, हार के बाद जीत का स्वाद कुछ अधिक मीठा होता है। शिक्षक बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा को निखारे ताकि वे अपना भविष्य उज्ज्वल कर सकें। समस्त विजेताओं को मेडल एवम शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया। सुशील गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ ऐसी प्रतियोगिताएं छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायक होती हैं। खेल जीवन का अभिन्न अंग है। जय नारायण विद्या मंदिर पढ़ाई के साथ-साथ हर क्षेत्र में देश-विदेश में अपना डंका बजा रहा है। राघववेंद्र प्रताप सिंह (पूर्व छात्र जय नारायण विद्या मंदिर) ने कहा कि गुरु वह मूर्तिकार होता है जो छात्र को गढ़ कर सुंदर रूप प्रदान करता है।

मंच संचालन कार्यक्रम प्रभारी आशुतोष सत्यम झा ने किया। विद्यालय की छात्राओं द्वारा सुंदर नृत्य प्रस्तुति प्रज्ञा शुक्ला के निर्देशन में दी गयी। आभार ज्ञापन अनिल त्रिपाठी ने किया। साथ ही विद्यालय के सभी आचार्यों ने सहयोग किया। कमलेश यादव, अवधेश मिश्रा, आलोक द्विवेदी, विभा त्रिपाठी, अविनाश गुप्ता, सुषमा वाजपेई, मणिकांत सक्सेना, रेणु पांडे, वार्षिकोत्सव संयोजक विवेकानंद श्रीवास्तव, अनुज गौतम, यश तिवारी, आयुष, सोहित, चेतन पाठक आदि मौजूद रहे।

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