- मुरादाबाद-सम्भल मैच के दौरान दिल का दौरा पड़ने से वेटरन तेज गेंदबाज का निधन, साथी खिलाड़ी और दर्शक स्तब्ध
मुरादाबाद/कानपुर।
कभी-कभी ज़िंदगी और खेल के बीच की रेखा इतनी बारीक होती है कि पलभर में सब कुछ बदल जाता है। डा० गौरहरि सिंहानिया यू०पी० टी-20 इण्टर डिस्ट्रिक्ट चैम्पियनशिप के दौरान मुरादाबाद और सम्भल के बीच खेले जा रहे मुकाबले में कुछ ऐसा ही हुआ — जब जीत के जश्न से भरा मैदान अचानक मातम में बदल गया।
मुरादाबाद वेटरन टीम के तेज गेंदबाज अमहर खान (40 वर्ष) ने मैच के आख़िरी ओवर में शानदार गेंदबाज़ी कर अपनी टीम को जीत दिलाई, मगर उसी पल दिल की धड़कनें हमेशा के लिए थम गईं।
मैदान पर गिरते ही साथी खिलाड़ी और दर्शक हतप्रभ रह गए। सबने दौड़कर उन्हें उठाया, पर नियति को कुछ और मंज़ूर था — अस्पताल पहुँचने से पहले ही अमहर खान ने अंतिम सांस ले ली।
“खेलते-खेलते चल दिए…” — साथी खिलाड़ियों की आंखें नम
पिछले वर्ष यू०पी० वेटरन चैलेंजर ट्रॉफी में चयनकर्ता श्री गोपाल शर्मा द्वारा उन्हें यू०पी० नार्थ टीम में शामिल किया गया था। तेज़ गेंदबाज़ी में उनका जूनून, अनुशासन और मुस्कान हर साथी को प्रेरित करती थी। उनके जाने से सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि पूरी वेटरन क्रिकेट बिरादरी ने अपना जिगरी साथी खो दिया।
कानपुर में भावभीनी श्रद्धांजलि सभा, सन्नाटा बोले गया सबकुछ
टी०एस०एच०, आर्य नगर, कानपुर में आयोजित यू०पी० वेटरन क्रिकेट एसोसिएशन की श्रद्धांजलि सभा में माहौल गमगीन रहा।चेयरमैन पियूष अग्रवाल, प्रेसिडेंट डॉ० आई०एम० रोहतगी, सेक्रेटरी गिरीश कपूर, सीईओ बॉबी पाठक, वाइस प्रेसिडेंट अमिताभ गुप्ता, अनुराग कपूर, ज्वाइंट सेक्रेटरी विवेक जॉन, राजेश शर्मा, ट्रेजरार विजय दीक्षित, राजेश सिंह, जय बजाज, राजेश जायसवाल, मनीष मालवीय समेत सभी ने दो मिनट का मौन रखकर नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी। हर किसी के दिल से बस एक ही आवाज़ निकली —
“तुमने आख़िरी गेंद तो फेंकी, मगर ज़िंदगी ने तुम्हें खेलने नहीं दिया…”
परिवार के लिए संवेदना, साथी खिलाड़ियों ने कहा — ‘तुम हमेशा हमारे दिलों में रहोगे’
संघ के सभी सदस्यों ने इस दुख की घड़ी में अमहर खान के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। साथ ही कहा कि अमहर की मेहनत, समर्पण और जुझारूपन हमेशा युवाओं के लिए मिसाल रहेगा।