- फिक्की प्रतिनिधिमंडल ने औद्योगिक विकास मंत्री नन्दी से की भेंट, मेरठ की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री को वैश्विक पहचान दिलाने की पहल
- मेरठ में स्पोर्ट्स इंडस्ट्री पार्क और प्रदेश में स्पोर्ट्स पॉलिसी लाने का सुझाव
- प्रयागराज में वाटर स्पोर्ट्स एकेडमी और पर्यटन को बढ़ावा देने पर चर्चा
- वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर समेत अन्य जिलों में भूमि चयन की संभावनाएं
- इन्वेस्ट यूपी सचिव ने स्पोर्ट्स नीति बनाने का दिया संकेत
लखनऊ , 03 जुलाई।
उत्तर प्रदेश की खेल सामग्री राजधानी मेरठ को अब वैश्विक पहचान दिलाने की तैयारियां तेज़ हो गई हैं। राजधानी लखनऊ स्थित पिकप भवन में हुई बैठक में फिक्की के खेल समिति प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ से मुलाकात की और ‘मेड इन मेरठ’ को ब्रांड के रूप में आगे बढ़ाने पर चर्चा की।
फिक्की ने दिए कई अहम सुझाव
बैठक में फिक्की खेल उप समिति (उत्तर प्रदेश चैप्टर) के अध्यक्ष डॉ. कनिष्क पांडेय, सह अध्यक्ष रचना गोविल और अपर निदेशक अर्निबन दत्ता मौजूद रहे। उन्होंने मेरठ के उद्यमियों से हुई बातचीत का हवाला देते हुए बताया कि स्पोर्ट्स इंडस्ट्री पार्क, स्पोर्ट्स पॉलिसी, और भूमि आवंटन जैसे मुद्दों पर सकारात्मक संवाद हुआ है।
प्रयागराज में वाटर स्पोर्ट्स एकेडमी की मांग
फिक्की प्रतिनिधिमंडल ने संगम नगरी प्रयागराज में वाटर स्पोर्ट्स एकेडमी की स्थापना और उससे जुड़े पर्यटन को बढ़ावा देने का भी प्रस्ताव मंत्री के समक्ष रखा। मंत्री नन्दी ने इस विचार का समर्थन करते हुए प्रयागराज के बोट क्लब और अन्य घाटों को उपयुक्त बताते हुए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
स्पोर्ट्स पॉलिसी पर भी बनी सहमति
इन्वेस्ट यूपी के सचिव विजय किरण आनंद ने कहा कि यदि स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के उद्यमी आगे आएं तो राज्य सरकार स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के लिए एक समर्पित नीति (Sports Policy) भी तैयार कर सकती है, जो उद्यमियों को दीर्घकालिक लाभ देगी।
‘मेड इन मेरठ’ बन सकता है अगला बड़ा ब्रांड
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि मेरठ के उद्यमी चाहते हैं कि जैसे दुनिया में मेड इन चाइना की पहचान है, वैसे ही खेल सामग्री के क्षेत्र में ‘मेड इन मेरठ’ को दुनिया में ब्रांड बनाया जाए।