- 50 खिलाड़ियों ने लिया उत्साहपूर्वक भाग, विजेताओं को मिला सम्मान
कानपुर, 18 मई।
कानपुर विद्या मंदिर स्पोर्ट्स एकेडमी में रविवार को आयोजित एक दिवसीय बैडमिंटन प्रतियोगिता में कुल 50 खिलाड़ियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का उद्देश्य उभरते बैडमिंटन खिलाड़ियों को मंच प्रदान कर उन्हें प्रोत्साहित करना रहा।
मुख्य अतिथि ने बढ़ाया खिलाड़ियों का उत्साह
प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि डॉ. डी.सी. गुप्ता (चेयरमैन, कानपुर विद्या मंदिर स्पोर्ट्स एकेडमी) ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और पुरस्कार वितरित कर उनका उत्साहवर्धन किया। कोच अनुज कुमार गौतम ने प्रतियोगिता की जानकारी साझा की।
विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन सीनियर सेलेक्शन कमेटी के चेयरमैन सुशील गुप्ता, राग्वेद्र गुप्ता, संजय प्रजापति, मो. आसिफ, डॉ. शिव कुमार चौहान, योगेश बिष्ट, कनक मिश्रा, विनय महलोत्रा, गौरव सोनकर, आयुष मिश्रा, अथर्व धीमान सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
प्रतियोगिता परिणाम
बालक एकल – अंडर 11
- सेमीफाइनल:
विहान सिंह ने रेयान जैन को 30-18 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
- फाइनल:
विहान सिंह ने मानस शुक्ला को 30-10 से हराकर खिताब अपने नाम किया।
बालक एकल – अंडर 13
- फाइनल:
मुशीर ने देव सुनील को 30-14 से हराकर जीत दर्ज की।
बालिका एकल – अंडर 11
- फाइनल:
आन्या महलोत्रा ने कनिशा जैन को हराकर शानदार जीत दर्ज की।
बालिका एकल – अंडर 13
- फाइनल:
अनिका शर्मा ने अस्मिता सिंह को 30-18 से हराकर विजेता बनीं।
मिश्रित युगल – सीनियर वर्ग
- फाइनल:
मोहम्मद यूसुफ़ और अदिति मिश्रा की जोड़ी ने देव्यांशु और रशिका अग्रवाल को रोमांचक मुकाबले में 30-29 से हराकर जीत दर्ज की।
प्रतियोगिता के अंत में सभी विजेताओं को ट्रॉफी और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। विजयी खिलाड़ियों के चेहरों पर खुशी देखते ही बन रही थी।
अति सुंदर आयोजन
कोच आदरणीय अनुज गौतम जी को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं
कानपुर विद्या मंदिर स्पोर्ट्स एकेडमी में आयोजित यह बैडमिंटन प्रतियोगिता वाकई प्रेरणादायक रही। उभरते खिलाड़ियों को मंच देने का यह प्रयास सराहनीय है। विहान सिंह और आन्या महलोत्रा जैसे खिलाड़ियों का प्रदर्शन देखकर लगता है कि भविष्य में ये बड़े नाम बनेंगे। मोहम्मद यूसुफ़ और अदिति मिश्रा की जोड़ी का मुकाबला तो बेहद रोमांचक रहा। क्या इस तरह की प्रतियोगिताएं नियमित रूप से आयोजित की जाएंगी? मुझे लगता है कि ऐसे आयोजन न केवल खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हैं, बल्कि खेल के प्रति जागरूकता भी बढ़ाते हैं। आपके विचार में, क्या इस तरह की प्रतियोगिताओं से युवाओं में खेल के प्रति रुचि बढ़ेगी?